यूं ही हमेशा उलझती रही है ज़ुल्म से खल्क
न उनकी रस्म नई है, न अपनी रीत नई
यूं ही हमेशा खिलाए हमने आग में फूल
न उनकी हार नई है, न अपनी जीत नई
– लखानी
‘लखानी मज़दूर संघर्ष समिति’ के परचम तले, लखानी में काम कर चुके मज़दूरों ने, 16 अक्टूबर को एक और जीत हासिल की।
ग्रेच्युटी का भुगतान
- 22 मज़दूरों को उनके खून-पसीने से अर्जित ग्रेच्युटी के लगभग 12 लाख रुपये के चेक, ‘लखानी फुट वेयर प्रा लि, फरीदाबाद’ को, सहायक श्रम आयुक्त, खंड II के दफ्तर में आकर देने पड़े।
- यह भुगतान उस संघर्ष का परिणाम है जो 22 अक्टूबर 2022 को, ‘क्रांतिकारी मज़दूर मोर्चा’ के नेतृत्व में, ‘लखानी मज़दूर संघर्ष समिति’ का गठन कर, नाज़याज़ ढंग से काम से निकाले जा चुके 85 मज़दूरों ने शुरू किया था।
- लेबर ऑफिस में मुकदमा दर्ज कर, सड़क पर लगातार आंदोलन चलाए गए, जिसमें श्रम उपायुक्त, डीसी फरीदाबाद से लेकर केंद्र और राज्य सरकार में मंत्रियों के दफ्तरों पर प्रदर्शन और धरने शामिल थे।
- इसी का परिणाम है कि जो लखानी, श्रम उपायुक्त के समन पर भी हाज़िर नहीं होता था, वह अब तक, मज़दूरों के हक का 3 करोड़ रुपये से ज़्यादा का भुगतान कर चुका है।
आगे की संघर्ष योजना
- जिन 8 साथियों का ग्रेच्युटी और 34 साथियों का पीएफ़ (PF) का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है, उसके लिए आंदोलन जारी रहेगा।
- महान नवंबर क्रांति के दिन, 7 नवंबर को, पहले डीसी ऑफिस, लघु सचिवालय, सेक्टर 12 और फिर क्षेत्रीय डायरेक्टर, पीएफ़ के सेक्टर 16 स्थित दफ्तर पर आक्रोश प्रदर्शन, सभा और ज्ञापन के कार्यक्रम रहेंगे।
- मज़दूरों के हक का एक-एक पैसा मिलने तक आंदोलन योजनाबद्ध ढंग से ज़ारी रहेगा।
लखानी मज़दूर संघर्ष समिति